पिछले 10 सालों में करीब 16.35 लाख करोड़ रुपये मूल्य की फंसी हुई संपत्ति को बट्टे खाते में डाला गया है। इस बात की जानकारी सरकार ने संसद में सोमवार को दी। लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि बैंक आरबीआई के दिशा-निर्देशों और बैंकों के बोर्ड की ओर से अनुमोदित नीति के अनुसार एनपीए को बट्टा खाते में डालते हैं।
from Jagran Hindi News - business:biz https://ift.tt/cQMgOJ7
from Jagran Hindi News - business:biz https://ift.tt/cQMgOJ7
Comments
Post a Comment