'संविधान स्याही से उकेरी गई परिवर्तनकारी शक्ति', CJI बीआर गवई बोले- यह एक भावना, एक जीवन रेखा है

प्रधान न्यायाधीश बीआर गवई ने संविधान को एक शांत क्रांति बताया जो उत्पीड़ित लोगों का उत्थान करता है। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनियन में हाशिए पर पड़े समुदायों पर संविधान के सकारात्मक प्रभाव पर प्रकाश डाला। सीजेआई ने कहा कि संविधान नागरिकों को अपने लिए बोलना सिखाता है। उन्होंने डा बीआर आंबेडकर की भूमिका पर भी चर्चा की।

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