भाषण के अनुवाद को लेकर नेहरू और हरिवंश राय बच्चन के बीच हुआ था टकराव, कल्लोल भट्टाचार्य ने अपनी किताब में और क्या कुछ कहा?
साहित्यकार हरिवंश राय बच्चन को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भारतीय विदेश सेवा में शामिल किया था। उनके बीच राष्ट्रपति के भाषण के अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद को लेकर टकराव भी हुआ था। यह बात पत्रकार कल्लोल भट्टाचार्जी की पुस्तक नेहरूज फर्स्ट रिक्रूट्स में कहा गया है। मधुशाला के लेखक हरिवंश राय बच्चन 1955 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए थे।
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